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जून 18, 2015 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

योग : भारत की आध्यात्मिक जीवन शैली

21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस  पर विशेष -अनामिका योग भारत में एक आध्यात्मिक प्रकिया को कहते हैं जिसमें शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने (योग) का काम होता है। यह शब्द, प्रक्रिया और धारणा बौद्ध धर्म,जैन धर्म और हिंदू धर्म में ध्यान प्रक्रिया से संबंधित है। योग शब्द भारत से बौद्ध धर्म के साथ चीन, जापान, तिब्बत, दक्षिण पूर्व एशिया और श्रीलंका में भी स्वीकृति पाकर योग को विद्या के रूप में नहीं अलबत्ता जीवनशैली के रूप में अपना रहे हैं। यह भारत के लिए गर्व करने की बात है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों के चलते भारती की आध्यात्मिक जीवनशैली योग को संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दी है। संयुक्त राष्ट्र की इस स्वीकृति के बाद योग पर उठने वाले कथित विवादों पर यंू ही विराम लग जाता है।  समूचे संसार ने जीवन को सुखमय बनाने के लिए अनेक उपाय कर लिए हैं। यह सारे उपाय जीवन को सुखमय तो बनाते हैं किन्तु शारीरिक श्रम के अभाव एवं मानसिक तनाव से व्यक्ति का जीवन अनन्य बीमारियों से ग्रसित हो रहा है। इन संकटों से दवा क्षणिक मुक्ति का माध्यम है किन्तु