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अगस्त 14, 2012 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

करोड़पतिया गुमान

मनोज कुमार ये लड़की गुमान से भरी हुई है। उसका गुमान हल्का नहीं है। करोड़ भर का गुमान है। करोड़पति बनाये जाने वाले अमिताभ बच्चन के कार्यक्रम में उसने एक करोड़ की राषि जीत ली है। कभी पिता की उपेक्षा से आहत आज की करोड़पतिया बेटी अपने पिता को उपेक्षा की नजर से देखती है। हिकारत भरी नजर से कहती है आपके घर लड़की हुई है। ये नजारा है उस टेलीविजन सीरियल का जिसे लोग अमिताभ बच्चन के कारण देखते हैं। अमिताभ की एक नयी सूरत इस सीरियल से बनी है। वह हर घर के सयाने बन गये हैं। लिहाजा उनसे अपेक्षा की जाती है कि वे ऐसे चरित्र निर्माण की ओर प्रतिभागियों और दर्षकों के बीच नींव खींचेंगे जिससे एक नई दुनिया की रचना हो सके। ताजा तरीन बल्कि अभी गर्भ में पल रहे प्रोग्राम के इस एपिसोड का उपरोक्त विज्ञापन सामाजिक मर्यादा को तार तार कर देता है। आज की करोड़पतिया बेटीके जन्म लेने पर उसके पिता को बेटी हो जाने का अफसोस रहा होगा। जब उसने आंखें खोली होगी तो उसे इस बात का इल्म तो नहीं हुआ होगा। होष सम्हालने के बाद पिता के अफसोस से वह वाकिफ हुई होगी, यह जरूर है। पिता के अफसोस का उसे भी अफसोस रहा होगा। यह स्वाभाविक है। बेटे और बेट