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अगस्त 8, 2009 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

zara hat ke

बच्चियों को शिक्षित करने में जुटीं सरपंच गीता राठौर मनोज कुमार माना जाता है कि सड़कों से विकास होता है लेकिन ये सड़कें भले ही ग्राम पंचायत जमुनिया को विकास की तरफ न ले जाती हों लेकिन सरपंच गीता राठौर अपने ग्राम पंचायत के विकास का रास्ता खुद बनाती हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य सहित उन तमाम क्षेत्रों में सरपंच गीता राठौर ने जो काम किया है, वह दूसरी महिलाओं के लिये मील का पत्थर साबित हो रहा है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से चालीस किलोमीटर की दूरी पर बसा है सीहोर जिला और इस जिले की एक ग्राम पंचायत है जमुनिया। सीहोर जिला मुख्यालय से लगभग सात किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत जमुनिया तक पहुंच पाना आसान नहीं है। कहने को तो दूरी महज सात किलोमीटर की है लेकिन रास्ता दुर्गम सा है। कुछ कदमों तक तो आपको पक्की सड़क मिलेगी और फिर सड़क कहीं गुम हो जाती है। बड़े-बड़े बोल्डर के टुकड़ों के बीच से पैदल चलना भी दूभर है। इस खराब रास्ते में दो-चार दिनों में एकाध दुर्घटना हो जाना सामान्य बात है। इस साल बारिश में एक ग्रामीण की मौत इसी सड़क पर हो गई थी। ग्राम पंचायत जमुनिया में समस्यायें दूसरे और ग्राम पंचायतों