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सितंबर 22, 2009 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

उत्सव

लोकपर्व बस्तर दशहरा -मनोज कुमार बस्तर दषहरा हिन्दुस्तान के प्रमुख तीन दषहरा पर्वों में एक है। छह सौ साल पुराना दषहरा पर्व लोकसमाज का आयोजन है। दुनिया में अपनी तरह के इस इकलौते लोकपर्व पूरी दुनियां में विख्यात है। यह व्यक्ति विशेष की जागीरदारी नहीं बल्कि सामूहिक धार्मिक और सामाजिक भावना को अभिव्यक्त करने का माध्यम है। राजतंत्र ने बस्तर दशहरा को पोषित किया और लोकतांत्रिक व्यवस्था में इसे प्रतिष्ठित सांस्कृतिक धरोहर की तरह सहेजा जा रहा है। बस्तर दशहरा की भव्यता को देखने और इसका आनंद लेने के लिए दुनिया भर से हजारों की संख्या में सैलानी आते हैं। बस्तर यूं भी पर्यटकों के लिए स्वर्ग रहा है और बस्तर दशहरा इसमें श्रीवृद्धि करता रहा है। समय की मार ने भी इस बहुरंगी आयोजन की चमक खोने नहीं दी। परम्परा और संस्कृति का अद्भुत् मिलन पर्व दशहरा बस्तर की विशिष्ट पहचान है। सैलानियों के लिए बस्तर दशहरा कौतूहल और नवीनता लिए हुए है तो स्थानीय निवासियों के लिए प्रतिष्ठा से कम नहीं। विश्व में ताजमहल अपने अद्भुत कारीगरी के लिए प्रसिद्ध है तो बस्तर दशहरा का सैकड़ों वर्ष पुराना इतिहास उसके वैभव में चारा चांद लगा