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उर्मिला बनी बदलाव की सबब

-मनोज कुमार शादी का मंडप बना हुआ था. गीत-संगीत में सब मगन थे. उर्मिला भी दूसरी युवतियों की तरह सपने बुन रही थी. एक सुखी और आनंदमयी जिंदगी के लिये. कुछ ही घंटों बाद उर्मिला अपनी नयी जिंदगी की शुरूआत करने जाने वाली थी. इन शेष बचे घंटों ने उर्मिला की जिंदगी में तूफान ला खड़ा किया. जिस व्यक्ति के साथ पूरी जिंदगी बिताने के सपने बुन रही थी, उन सपनों से सेकंड में बाहर आकर उर्मिला ने शादी तोडऩे का ऐलान कर दिया. घर, परिवार, बराती, दुल्हा और मेहमान सब आवाक. उर्मिला ने इस ब्याह के लिये अपनी रजामंदी दी थी लेकिन उसे इस बात की खबर नहीं थी कि जिसे वह अपना जीवनसाथी बनाने जा रही है, वह नशे का आदी है. और यहां तक कि शादी के पवित्र मंडप में भी वह स्वयं को नशे से दूर नहीं कर पाया. उर्मिला को यह बात खल गयी और उसने शादी से इंकार कर दिया. उर्मिला के फैसले से सन्नाटा खिंच जाना स्वाभाविक था. कुछ समझाने बुझाने का दौर भी चला लेकिन उर्मिला अपने फैसले पर अडिग रही. लोगों को भी लगा कि उर्मिला का फैसला उचित है और वे उर्मिला के साथ खड़े हो गये. नशे में धुत्त दुल्हे को बैरंग वापस लौटना पड़ा. यह घटना है इसी साल 21