रविवार, 29 मार्च 2015

10 हज़ारी बनाने के लिए आभार

दोस्तों ,
बड़ा मन था कि  जिस तरह अप्रैल माह में नया खाता खुलता है, उसी तरह मेरे ब्लॉग देखने - पढ़ने वालो की संख्या 10 हज़ार हो जाए।  आज आंकड़ा पूरा हो गया. आप सभी का आभार एवं धन्यवाद
मनोज कुमार 

वो ना आए तोगुस्सा, वो आए तो भी

  प्रो. मनोज कुमार      अरे यार, क्या लिखते हैं? क्या छापते हैं? समझ में नहीं आता कैसी पत्रकारिता कर रहे हैं. सब बिक गए हैं. ढोल पीट रहे हैं...