मध्य प्रदेश का राजैनितक पारा उतरने का नाम नहीं ले रहा है. कमलनाथ सरकार को लेकर कयासों बाज़ार गर्म है लेकिन कोई भी दावे से यह कहने की हालत में नहीं है कि राज्य में सरकार बची रहेगी या बीजेपी सरकार बना पाएगी। कमलनाथ के साथ दिग्विजय सिंह का जो कॉन्फिडेंस दिख रहा है, उसके मुताबिक़ संकट नहीं है लेकिन अमित शाह के हस्तक्षेप की खबरों ने नींद उड़ा दी है. बागी विधायकों की वापसी पर दारोमदार टिका है.
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दिग्विजय-सिंधिया प्रसंग
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