समागम का यह अंक गांधीजी के दर्शन एवं विचारो पर केन्द्रित है।
गांधीजी सर्वकालिक रहे है, यही कारन है की उनके विरोधी भी आज उनके कायल है।
हमारी कोशिश है की नई पीढ़ी गाँधी को जाने और समझे।
समागम एक पूर्णकालिक शोध पत्रिका है। संपर्क कर सकते है
संपादक समागम
3, जूनियर ऍमआई जी, अंकुर कालोनी, शिवाजी नगर भोपाल 16
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