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भारत का योग और गौरव का दिन 21 जून

मनोज कुमार ‘विजयी विश्व तिरंगा प्यारा...’ की पंक्तियां हर अवसर पर अपने आपको व्यक्त करती रही हंै और बीते साल 2014 में एक बार फिर पूरे संसार ने स्वीकार किया किया कि भारत विश्व विजयी है. दुनिया के कैलेंडर में 21 जून की तारीख हमेशा हमेशा के लिए अविस्मरणीय तारीख के रूप में अंकित हो चुका है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर यह वह तारीख है जिस दिन भारत की प्राचीन योग परम्परा को संयुक्त राष्ट्र संघ ने स्वीकार किया और 21 जून की तारीख को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दी. 21 जून पूरे कैलेंडर वर्ष का सबसे लम्बा दिन है। प्रकृति, सूर्य और उसका तेज इस दिन सबसे अधिक प्रभावी रहता है। इस दिन को किसी व्यक्ति विशेष को ध्यान में रखकर नहीं, बल्कि प्रकृति को ध्यान में रखकर चुना गया है। योग 5,000 साल पुरानी भारतीय शारीरिक मानसिक और आध्यात्मिक पद्धति है, जिसका लक्ष्य मानव शरीर और मस्तिष्क में सकारात्मक परिवर्तन लाना है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण से की थी जिसमें उन्होंने कहा था- ‘योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक