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जुलाई 16, 2016 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

छत्तीसगढ़ में स्त्री सशक्तिकरण की नई इबारत

अनामिका मनुष्य ने समय-समय पर अपने साहस का परिचय दिया है. आज हम जिस दुनिया में जी रहे हैं, वह हमारे साहस का ही परिणाम है. आदिमानव के रूप में हम कभी इस बात का यकिन ही नहीं कर सकते थे कि आसमान में हवाई जहाज उड़ा करेंगे लेकिन आज मनुष्य अपने सांसों से अधिक तेज गति से विकास कर रहा है. इसी साहस और संकल्प को देखना है तो छत्तीसगढ़ आना होगा. आदिवासी बहुल इस राज्य में प्रकृति का अनुपम वरदान है. एक सम्पन्न राज्य के रूप में छत्तीसगढ़ की पृथक से पहचान है. बावजूद इसके लगभग चार दशकों से बढ़ती नक्सली हिंसा से जनजीवन बेहद प्रभावित हुआ है. इस हिंसा से आमतौर पर लोगों का मनोबल टूट जाता है लेकिन छत्तीसगढ़ का आदिवासी समाज का आत्मबल इतना मजबूत है कि उन्होंने अपने साहस से नक्सलियों को आईना दिखा दिया है और लगातार सफलता की ओर आगे बढ़ रहे हैं. आदिवासी समाज का यह आत्मविश्वास सरकार के साहस को आगे बढ़ाता है और सरकार विभिन्न योजनाएं चलाकर इनका हौसलाअफजाई करती हैं. मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में राज्य शासन द्वारा महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाकर इस जिले के