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एक थी भाजपा, एक थी कांग्रेस!

-मनोज कुमार   2014 के आम चुनाव के परिणाम के बाद भारत की दो बड़ी पार्टी क्रमश: भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस का अस्तित्व लगभग समाप्त की ओर है। केन्द्र में कहने को तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार है लेकिन पूरा संसार गवाह है कि केन्द्र में भाजपा नहीं, नरेन्द्र मोदी की सरकार यह आम चुनाव भाजपा ने मोदी को आगे रखकर लड़ा और नारा दिया अबकी बार मोदी सरकार अर्थात भाजपा ने स्वयं के पैर खींच लिये। इसलिये अब लाख हल्ला मचाने के बाद भी सत्य यही है कि भाजपा नेपथ्य में चली गयी है और नरेन्द्र मोदी की सरकार है। भाजपा नरेन्द्र मोदी को सामने रखकर हल्ला मचा ले कि केन्द्र में उसकी सरकार है लेकिन कांग्र्रेस तो हाशिये पर पड़ी है। भाजपा के नेपथ्य में चले जाने की बात जितनी सच है, उतना ही सच कांग्रेस का हाशिये पर रहना है। कांग्रेस तो कह भी नहीं पा रही है कि कांग्रेस किसकी है। कांग्रेस के सामने अपने अस्तित्व को लेकर संघर्ष की स्थिति है और इस स्थिति से उबरने के लिये उसकेे पास कोई संकटमोचक नहीं है। इस आम चुनाव के बाद एक नारा अप्रत्यक्ष रूप से गूंज रहा है कि एक थी भाजपा, एक थी कांग्रेस।   देश इस बात से प