अभिमनोज नवभारत मुंबई संस्करण के नये स्थानीय संपादक बनेपत्रकार अभिमनोज नवभारत के मुंबई संस्करण के नये स्थानीय संपादक बनाये गये हैं। इसके पहले वे नवभारत जबलपुर में विगत आठ वर्षों से स्थानीय संपादक के रूप में पदस्थ थे। अभिमनोज के नवभारत जबलपुर छोड़ने के बाद जबलपुर में सम्पादकों की जो अदला-बदली का क्रम चल रहा था वह निरंतर बना हुआ है। फिलहाल नवभारत जबलपुर में अभिमनोज के स्थान पर किसी और की नियुक्ति की सूचना नहीं है। मूलतः बिहार के रहने वाले पत्रकार अभिमनोज की मध्यप्रदेश के प्रतिष्ठित हिन्दी दैनिक नईदुनिया से पत्रकारिता की शुरूआत हुई। नईदुनिया के विभाजन के बाद वे इंदौर संस्करण के साथ होकर इंदौर चले गये। कुछ वर्ष व्यतीत करने के बाद रायपुर छत्तीसगढ़ से प्रकाशित हिन्दी दैनिक से जुड़ गये। एक बार फिर उनकी वापसी इंदौर में हुई और वे नवभारत इंदौर के सम्पादक बनाये गये। नवभारत ने अपने नये संस्करण सतना में उन्हें सम्पादक बनाकर भेजा और इसके बाद वे नवभारत जबलपुर के स्थानीय सम्पादक बनाये गये। लगभग एक पखवाड़ा पूर्व उन्होंने स्वयं होकर नवभारत को अलविदा कह दिया। उनके नवभारत जबलपुर से पृथक हो जाने के बाद नवभारत समूह के नागपुर ग्रुप ने मुंबई संस्करण का स्थानीय सम्पादक नियुक्त किया है।
पंकज पाठक पीपुल्स पत्रकारिता संस्थान के प्राचार्य
पीपुल्स पत्रकारिता संस्थान ने अब तक तीन प्राचार्य बदल दिये हैं और तीसरे पत्रकार पंकज पाठक हैं। आरंभ में पत्रकार विनोद तिवारी को प्राचार्य बनाया गया था। विनोद ने अपने कार्यकाल में संस्थान को एक नयी पहचान दी थी। विनोद के चले जाने के बाद आकाशवाणी से सेवानिवृत्त श्री गोस्वामी को प्राचार्य बनाया गया और पिछले दिनों उन्होंने भी स्वयं को अलग कर लिया। तीसरे प्राचार्य के रूप में पत्रकार पंकज पाठक संस्थान का काम देख रहे हैं। पंकज नईदुनिया के मंजे हुए पत्रकार हैं और लम्बे समय तक नईदुनिया में काम करने के बाद नवभारत भोपाल में सम्पादक रहे।
पीपुल्स पत्रकारिता संस्थान ने अब तक तीन प्राचार्य बदल दिये हैं और तीसरे पत्रकार पंकज पाठक हैं। आरंभ में पत्रकार विनोद तिवारी को प्राचार्य बनाया गया था। विनोद ने अपने कार्यकाल में संस्थान को एक नयी पहचान दी थी। विनोद के चले जाने के बाद आकाशवाणी से सेवानिवृत्त श्री गोस्वामी को प्राचार्य बनाया गया और पिछले दिनों उन्होंने भी स्वयं को अलग कर लिया। तीसरे प्राचार्य के रूप में पत्रकार पंकज पाठक संस्थान का काम देख रहे हैं। पंकज नईदुनिया के मंजे हुए पत्रकार हैं और लम्बे समय तक नईदुनिया में काम करने के बाद नवभारत भोपाल में सम्पादक रहे।
pankaj ji ko aur manoj ji ko badhai
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