मध्यप्रदेश में इस समय सियासी घमासान ने सत्तासीन कांग्रेस और विपक्षी दल भाजपा की नींद उड़ा दी है. विधायकों को अपने अपने पक्ष में करने के लिए दोनों दल जुटे हुए हैं. किसके हाथ में होगी बाजी या कांग्रेस की बनी रहेगी सत्ता, इस पर राजनीतिक गलियारों में चर्चा है. असली परीक्षा कांग्रेस सरकार की विधानसभा में बजट सत्र के दौरान होगी जब विपक्षी दल फ्लोर टेस्ट की मांग करेगी. फ्लोर टेस्ट तय करेगा कि कौन अर्श पर रहेगा और किसे फर्श पर आना होगा.
यहां यह चर्चा भी समीचीन होगा कि एक दिन, 15 दिन एक साल और ढाई साल से लेकर 15 साल की सरकार का रिकार्ड रहेगा. अब कौन सा रिकार्ड टूटेगा या नया बनेगा. इसकी प्रतीक्षा रहेगी.
यहां यह चर्चा भी समीचीन होगा कि एक दिन, 15 दिन एक साल और ढाई साल से लेकर 15 साल की सरकार का रिकार्ड रहेगा. अब कौन सा रिकार्ड टूटेगा या नया बनेगा. इसकी प्रतीक्षा रहेगी.
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें