एक खबर यह भीरिपोर्टरमध्यप्रदेश के संस्कृति विभाग ने हाल ही में सतना में तुलसी संस्थान के नये भवन का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में कांगे्रस के वरिष्ठ नेता अर्जुनसिंह उपस्थित थे। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित भी किया। कार्यक्रम में वर्तमान भाजपा सरकार की शिक्षामंत्री अर्चना चिटनीस भी उपस्थित थी और स्वाभाविक है कि कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। इस कार्यक्रम मेें मध्यप्रदेश के संस्कृति सचिव मनोज श्रीवास्तव, संस्कृति संचालक श्रीराम तिवारी और आदिवासी लोककला अकादमी के निदेशक कपिल तिवारी भी उपस्थित थे। इस भवन का निर्माण श्री सिंह के सांसद निधि से मिले चालीस लाख और मध्यप्रदेश संस्कृति विभाग के पांच लाख को मिलाकर किया गया है। उद्घाटन खबर नहीं है लेकिन खबर यह है कि लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के भीतर उठे बवाल के बाद एकाएक हाशिये पर चले गये अर्जुनसिंह पहली दफा किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में दिखे। राजनीतिक हलकों में बात चल पड़ी है कि अर्जुनसिंह बहुत जल्द की प्रदेश की राजनीति में सक्रिय होने वाले हैं। कुछेक चुटकी लेने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं कि भाजपा के शासनकाल में अर्जुनसिंह की वापस सक्रियता के मायने क्या हैं। फिलहाल यदि कुछ ऐसा होता है तो अर्जुनसिंह की इस नयी पारी के साक्षी होंगे संस्कृति सचिव मनोज श्रीवास्तव, संस्कृति संचालक श्रीराम तिवारी और आदिवासी लोककला अकादमी के निदेशक कपिल तिवारी।
-अनामिका कोई यकीन ही नहीं कर सकता कि यह वही छत्तीसगढ़ है जहां के लोग कभी विकास के लिये तरसते थे। किसी को इस बात का यकिन दिलाना भी आसान नहीं है कि यही वह छत्तीसगढ़ है जिसने महज डेढ़ दशक के सफर में चौतरफा विकास किया है। विकास भी ऐसा जो लोकलुभावन न होकर छत्तीसगढ़ की जमीन को मजबूत करता दिखता है। एक नवम्बर सन् 2000 में जब समय करवट ले रहा था तब छत्तीसगढ़ का भाग्योदय हुआ था। साढ़े तीन दशक से अधिक समय से स्वतंत्र अस्तित्व की मांग करते छत्तीसगढ़ के लिये तारीख वरदान साबित हुआ। हालांकि छत्तीसगढ़ राज्य बन जाने के बाद भी कुछ विश्वास और असमंजस की स्थिति खत्म नहींं हुई थी। इस अविश्वास को तब बल मिला जब तीन वर्ष गुजर जाने के बाद भी छत्तीसगढ़ के विकास का ब्लूप्रिंट तैयार नही हो सका था। कुछेक को स्वतंत्र राज्य बन जाने का अफसोस था लेकिन 2003 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने सत्ता सम्हाली और छत्तीसगढ़ के विकास का ब्लू प्रिंट सामने आया तो अविश्वास का धुंध छंट गया। लोगों में हिम्मत बंधी और सरकार को जनसमर्थन मिला। इस जनसमर्थन का परिणाम यह निकला कि आज छत्तीसगढ़ अपने चौतरफा विकास के कारण देश के नक...
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